हिन्दी विभाग
के एम् अग्रवाल महाविद्यालय, कल्याण पश्चिम महाराष्ट्र
लघु प्रकल्प की रूपरेखा
1. शीर्षक (Title)
प्रकल्प का संक्षिप्त और स्पष्ट नाम।
उदाहरण : “राजभाषा हिन्दी का महत्व और उसकी वर्तमान स्थिति”
2. प्रस्तावना (Introduction)
विषय की पृष्ठभूमि और महत्त्व।
इस प्रकल्प को चुनने का कारण।
विषय से समाज, शिक्षा या जीवन में होने वाला लाभ।
3. उद्देश्य (Objectives)
इस प्रकल्प से क्या प्राप्त करना है?
मुख्य बिंदुओं को सूचीबद्ध करें।
4. कार्यप्रणाली (Methodology)
जानकारी एकत्र करने के स्रोत: पुस्तकें, इंटरनेट, सर्वेक्षण, साक्षात्कार, अवलोकन।
अनुसंधान या प्रयोग की पद्धति।
5. प्रस्तुतीकरण (Presentation of Findings)
प्राप्त जानकारी, डेटा, चार्ट, चित्र, सारणी।
विषय के विभिन्न पहलुओं पर विश्लेषण।
6. निष्कर्ष (Conclusion)
अध्ययन से प्राप्त मुख्य बातें।
विषय से जुड़े सुझाव या अनुशंसाएँ।
7. अनुभव / आत्ममंथन (Reflection)
प्रकल्प तैयार करने से स्वयं को क्या सीखने को मिला।
इस कार्य से जीवन या समाज में क्या सकारात्मक परिवर्तन संभव है।
8. संदर्भ सूची (References)
पुस्तकें, लेख, वेबसाइट या व्यक्तियों की सूची जिनसे जानकारी प्राप्त हुई है।
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