मित्रों सादर प्रणाम ।
परिसंवाद की तैयारियां अंतिम चरण में हैं । लगभग १०० शोध आलेख हिंदी,मराठी और अंग्रेज़ी भाषा के प्राप्त हो चुके हैं । अवधी,भोजपुरी, छत्तीसगढ़ी, हरियाणवी, बांग्ला, असमिया, सिंधी,मराठी, मालेगांव,हिंदी,तमिल, तेलगू, मलयालम, कन्नड़ और पहाड़ी सिनेमा से संबंधित प्रस्तुत होनेवाले शोध आलेख इस आयोजन को सफल बनाने में सार्थक भूमिका निभायेंगे । देश भर के कई महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों के शोध छात्र भी बड़ी संख्या में सहभागी हो रहे हैं। फ़िल्म निर्माण से जुड़े मालेगांव से श्री अकरम जी, श्री विवेक मोहन, श्री अजय सकलानी और श्री पवन शर्मा समेत कई वरिष्ठ लोगों के सम्मिलित होने की भी संभावना है।गढ़ी, हरियाणवी, बांग्ला, असमिया, सिंधी,मराठी, मालेगांव,हिंदी,तमिल, तेलगू, मलयालम, कन्नड़ और पहाड़ी सिनेमा से संबंधित प्रस्तुत होनेवाले शोध आलेख इस आयोजन को सफल बनाने में सार्थक भूमिका निभायेंगे । देश भर के कई महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों के शोध छात्र भी बड़ी संख्या में सहभागी हो रहे हैं। फ़िल्म निर्माण से जुड़े मालेगांव से श्री अकरम जी, श्री विवेक मोहन, श्री अजय सकलानी और श्री पवन शर्मा समेत कई वरिष्ठ लोगों के सम्मिलित होने की भी संभावना है।
केंद्रीय हिंदी संस्थान के निदेशक आदरणीय प्रोफेसर नंद किशोर पांडेय जी, मुंबई विश्वविद्यालय के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ रामजी तिवारी जी, महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्याध्यक्ष प्रोफेसर शीतला प्रसाद दुबे जी, मुंबई विश्वविद्यालय हिंदी विभगाध्यक्ष प्रोफेसर करुणाशंकर उपाध्याय जी, पुणे विश्वविद्यालय हिंदी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर सदानंद भोसले जी, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज के वरिष्ठ अध्येता एवं प्रोफेसर अश्विन कुमार जी, श्री व्यंकटेशा कालेज नई दिल्ली इतिहास विभागाध्यक्ष प्रो निर्मल कुमार, जोगेश चन्द्र चौधरी महाविद्यालय, कोलकाता से प्रो ममता त्रिवेदी, कोलंबो रिसर्च संस्थान के अंतरराष्ट्रीय अध्येता प्रो रवि वैथी, प्रयाग संगीत समिति, प्रयागराज से प्रो मधुरानी शुक्ला, हिमाचल साहित्य अकादमी सदस्य प्रो इंदर सिंह ठाकुर, भारतीय उच्च अध्ययन केंद के पूर्व अध्येता प्रो आदित्य, हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय हिंदी विभाग के प्रोफेसर आलोक पांडेय जी, वीणा म्यूज़िक कंपनी के मालिक श्री मालू जी जयपुर से, पुणे विश्वविद्यालय हिंदी विभाग की प्रो. शशिकला राय, जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय नई दिल्ली के हिंदी विभाग के प्रोफेसर मुकेश मिरोठा जी, बनारस हिंदू युनिवर्सिटी के हिंदी विभाग से प्रोफेसर मनोज सिंह जी, प्रोफेसर आशीष त्रिपाठी जी, प्रोफ़ेसर सत्यपाल शर्मा जी, प्रोफ़ेसर प्रभाकर सिंह जी, अंग्रेज़ी विभाग से प्रोफेसर देवेंदर कुमार जी, गोरखपुर विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग से प्रोफेसर वी. के. मिश्रा जी, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा से प्रोफेसर शैलेश जी, सिक्किम विश्वविद्यालय के दर्शन शास्त्र विभाग से प्रो. सौरभ जी, शिरुर के सी. टी.बोरा महाविद्यालय से डॉ ईश्वर पवार, अहमदनगर से डॉ पुरषोत्तम कुंदे, मुंबई से वरिष्ठ साहित्यकार श्री रमण मिश्र जी, श्री अनुप सेठी जी, श्री युनूस खान जी, श्री ओम प्रकाश सिंह जी के साथ- साथ मुंबई विश्वविद्यालय से संबद्ध कई महाविद्यालयों के प्राध्यापक बड़ी संख्या में सहभागी हो रहे हैं ।
मुंबई विश्वविद्यालय के हिंदी अध्ययन मंडल अध्यक्ष डॉ अनिल सिंह, के. जे. सोमैया महाविद्यालय के हिंदी विभगाध्यक्ष डॉ सतीश पांडेय जी , अंग्रेज़ी विभाग के अध्यक्ष डॉ एस. के. गौर जी, अग्रवाल महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ अनीता मन्ना जी, उप प्राचार्य डॉ राज बहादुर सिंह, डॉ महेश भिवंडीकर , डॉ अनघा राने की देख रेख में परिसंवाद की रूपरेखा तैयार हो रही है ।
महाविद्यालय के सभी शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मचारी एवं छात्र आयोजन को लेकर उत्साहित हैं ।
महाविद्यालय प्रबंधन समिति इस आयोजन को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ रही है । यह वर्ष महाविद्यालय अपनी स्थापना के पच्चीस वर्ष पूरे कर रहा है । अतः यह आयोजन महाविद्यालय के लिए महत्वपूर्ण हो जाता है ।
www.manishkumarmishra.com
केंद्रीय हिंदी संस्थान के निदेशक आदरणीय प्रोफेसर नंद किशोर पांडेय जी, मुंबई विश्वविद्यालय के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ रामजी तिवारी जी, महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्याध्यक्ष प्रोफेसर शीतला प्रसाद दुबे जी, मुंबई विश्वविद्यालय हिंदी विभगाध्यक्ष प्रोफेसर करुणाशंकर उपाध्याय जी, पुणे विश्वविद्यालय हिंदी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर सदानंद भोसले जी, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज के वरिष्ठ अध्येता एवं प्रोफेसर अश्विन कुमार जी, श्री व्यंकटेशा कालेज नई दिल्ली इतिहास विभागाध्यक्ष प्रो निर्मल कुमार, जोगेश चन्द्र चौधरी महाविद्यालय, कोलकाता से प्रो ममता त्रिवेदी, कोलंबो रिसर्च संस्थान के अंतरराष्ट्रीय अध्येता प्रो रवि वैथी, प्रयाग संगीत समिति, प्रयागराज से प्रो मधुरानी शुक्ला, हिमाचल साहित्य अकादमी सदस्य प्रो इंदर सिंह ठाकुर, भारतीय उच्च अध्ययन केंद के पूर्व अध्येता प्रो आदित्य, हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय हिंदी विभाग के प्रोफेसर आलोक पांडेय जी, वीणा म्यूज़िक कंपनी के मालिक श्री मालू जी जयपुर से, पुणे विश्वविद्यालय हिंदी विभाग की प्रो. शशिकला राय, जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय नई दिल्ली के हिंदी विभाग के प्रोफेसर मुकेश मिरोठा जी, बनारस हिंदू युनिवर्सिटी के हिंदी विभाग से प्रोफेसर मनोज सिंह जी, प्रोफेसर आशीष त्रिपाठी जी, प्रोफ़ेसर सत्यपाल शर्मा जी, प्रोफ़ेसर प्रभाकर सिंह जी, अंग्रेज़ी विभाग से प्रोफेसर देवेंदर कुमार जी, गोरखपुर विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग से प्रोफेसर वी. के. मिश्रा जी, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा से प्रोफेसर शैलेश जी, सिक्किम विश्वविद्यालय के दर्शन शास्त्र विभाग से प्रो. सौरभ जी, शिरुर के सी. टी.बोरा महाविद्यालय से डॉ ईश्वर पवार, अहमदनगर से डॉ पुरषोत्तम कुंदे, मुंबई से वरिष्ठ साहित्यकार श्री रमण मिश्र जी, श्री अनुप सेठी जी, श्री युनूस खान जी, श्री ओम प्रकाश सिंह जी के साथ- साथ मुंबई विश्वविद्यालय से संबद्ध कई महाविद्यालयों के प्राध्यापक बड़ी संख्या में सहभागी हो रहे हैं ।
मुंबई विश्वविद्यालय के हिंदी अध्ययन मंडल अध्यक्ष डॉ अनिल सिंह, के. जे. सोमैया महाविद्यालय के हिंदी विभगाध्यक्ष डॉ सतीश पांडेय जी , अंग्रेज़ी विभाग के अध्यक्ष डॉ एस. के. गौर जी, अग्रवाल महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ अनीता मन्ना जी, उप प्राचार्य डॉ राज बहादुर सिंह, डॉ महेश भिवंडीकर , डॉ अनघा राने की देख रेख में परिसंवाद की रूपरेखा तैयार हो रही है ।
महाविद्यालय के सभी शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मचारी एवं छात्र आयोजन को लेकर उत्साहित हैं ।
महाविद्यालय प्रबंधन समिति इस आयोजन को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ रही है । यह वर्ष महाविद्यालय अपनी स्थापना के पच्चीस वर्ष पूरे कर रहा है । अतः यह आयोजन महाविद्यालय के लिए महत्वपूर्ण हो जाता है ।
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